कही हो ना जाऊँ मैं दुनिया से रुख़सत , मिलने के लिये रहो करो मुझसे फ़ुरसत , दिल में अपने ना रखना कोई कश्मकश , तुझसे मिलने के लिये रहता है वक्त ही वक्त ! ©Shailendra Lunia कही हो ना जाऊँ मैं दुनिया से रुख़सत