वो कृष्णा है हर किसी का हो गया मै ही पगली राधा बन गयी.... समझ कर भी ना समझी कर गयी जो 108 रानियो का होकर भी नहीं हुआ उसे अपना एक समझने की भूल कर गयी...... रुठी राधा