सागर कितना विशाल होता है ये सागर क्या नहीं कर सकता ये सागर क्षण भर में त्राहि त्राहि मचा सकता है, प्रले ला सकता है, संसार मिटा सकता है, ये सागर जीवन ज्योति बुझा सकता है। यदि कुछ नहीं बुझा सकता तो एक प्यासे की प्यास, दूसरी और ये गागर इतनी छोटी है कि गोपियों एक साथ 10-10 लेकर चल सकती हैं, किंतु यही छोटी गागर बीसो की प्यास बुझा सकती है। अब बताइए जल सागर में भी है और गागर में भी फिर इतना अंतर क्यों यहां पे अंतर है तो भाव के स्वभाव में एक माटी में मीठा जल संजोकर रखती है तो दूसरा अपने खारे पानी से किसी को भी माटी में मिला सकता है। आप क्या बनना चाहेंगे ? सागर का खारा पानी बनकर किसी की आस बुझाना चाहेंगे या मीठी गागर बनकर किसी की प्यास बुझाना चाहेंगे। निर्णय आपका है। राधे राधे ©Karan Mehra #krishnvani