क़ुबूल कर लिया हर #फ़ैसला, तक़दीर का उसने। जिसमें #हिम्मत नहीं थी, वक़्त से टकराने की। #बुलंदियों को छूकर, दिखला दिया उसने। जिसमें #चाहत थी, कुछ कर दिखाने की। #सुप्रभात क़ुबूल कर लिया हर #फ़ैसला, तक़दीर का उसने। जिसमें #हिम्मत नहीं थी, वक़्त से टकराने की। बुलंदियों को छूकर, दिखला दिया उसने। जिसमें #चाहत थी,