बिखरती रेत पर किस नक़्शे को आबाद रखेगी? वो मुझको याद रखे भी तो कितना याद रखेगी? उसे बुनियाद रखनी है अभी दिल में मुहब्बत की मगर ये नींव वो मेरे बाद रखेगी! पलट कर भी नहीं देखी उसी की ये बेरुखी हमने! भुला देंगे उसे ऐसा कि वो भी हमें याद रखेगी !!