जो कहते हो नहीं है प्यार,यानी है तुम्हारे कपकपाते लब निशानी हैं। क्या हैं होंठ और रुखसार,रब जाने वो जब मिलते हैं कहता हूँ,पेशानी है? पिलाएं जा रहे थे वो भी आखों से सो मैं भी पुँछ ये बैठा कि,पानी है? सफ़र ए ज़िन्दगी में शोर फैला है मेरे खामोश रहने में भी मानी है। #NojotoQuote #TRIED rukhsaar=cheeks, peshaani=forehead, maani=meaning