कई बार लगता है तेरे जाने की उदासी को ओढ़ लूं , कई बार लगता है कि जिंदगी की गाड़ी तेरी ओर फिर से मोड लूं , फिर लगता हे !! दरवाजे पे मिलने आओगी के नहीं , शौंक से देखकर मुस्कुराओगी के नही। कई बार लगता है जिंदगी मैं मोड ही क्यों ही हो ? क्या पता जो रास्ते मैं लोग तेरे जैसे हों, फिर लगता है तेरे जैसे हो गए तो रुक न जाऊं मैं, फिर से उन आंखों मैं डूब न जाऊ मैं। कई बार लगता है जिंदगी जैसे है वही सही हो ओर मेरे इन रास्तों मैं मोड़ कोई न हो ।। ©Dhir लाइफ इस ऑल अबाउट गोइंग इन फ्लो 😊 #Smile