चमकता तारा था, अभी ज़मीन पर गिरा हूँ, अगर माँ जैसे सोचें तो, मैं आज भी वहीं हूँ। न पढ़ सका, न उनकी उमीद से आगे बढ़ सका, गाँव आऊँ तो उन्हें लगता है मैं आज भी वहीं हूँ। किसी की सोच से बहुत ऊँचा उठ चुका हूं, उनकी नज़र में देखें तो मैं आज भी वहीं हूँ। जो मुझे आखिरी दिन दफ़्न करके गए थे, उनके दिल में झांके तो मैं आज भी वहीं हूँ। मेरी राख को देखने का मौका नहीं मिला, मेरी किताब के पन्नों पल्टो मैं आज भी वहीं हूँ। मैं आज भी वहीं हूँ, जहाँ हर किसी ने सोच रखा है और मैं हर किसी की सोच से बहुत आगे बढ़ चुका हूँ - #बाज #मैंवहींहूँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #baaj Collaborating with YourQuote Didi