Nojoto: Largest Storytelling Platform

पत्ता बोला वृक्ष से, सुनो वृक्ष वनराज। अबकी बिछुड

पत्ता बोला वृक्ष से, सुनो वृक्ष वनराज। 
अबकी बिछुडे कब मिलेंगे,दूर पडे हैं आय। 
₹
तरुवर बोला पात से, सुनो पात मम बात। 
या जग की यह रीत है, इक आवत इक जात। 
       आचार्य रविकान्त जी शास्त्री            श्री अयोध्या जी
पत्ता बोला वृक्ष से, सुनो वृक्ष वनराज। 
अबकी बिछुडे कब मिलेंगे,दूर पडे हैं आय। 
₹
तरुवर बोला पात से, सुनो पात मम बात। 
या जग की यह रीत है, इक आवत इक जात। 
       आचार्य रविकान्त जी शास्त्री            श्री अयोध्या जी
nojotouser7805387948

A

New Creator