उन्हे आदत है हर बार खेल जाने की, अब आप ही कहें, क्या सज़ा दें, हम उन्हें, इस नादानी की, मोहब्बत है हमें, बस अब कुबूल नहीं करना हमें, उनकी मोहब्बत मे हमनें, खूब ठोकरें खाईं हैं ज़माने की... ©Dia #thokar