Nojoto: Largest Storytelling Platform

छट जाएंगा ये मैला भी बारह दिनों का आँसूओं का तरह

छट जाएंगा ये मैला भी बारह दिनों का 
आँसूओं का तरह बह जाएगा, 
ये सारा मंजर भी,, 
दुनिया को अलविदा कहा 
पहले ही दिन लोगो को अपने लिए रोता देखा,
समझ नहीं आ रहा था, वो प्यार था ,
या भुलाने का बहाना,, 
बस!  सबकी आँखें नम थी 
और लबों पर बस एक ही नाम था|
सिलसिला लंबा तो नहीं था, 
बस !बारह ही दिनों का था 
अलविदा मैने कहा-और वो मुझे 
हर कदम पर अपने आप से 
विदा कर रहे थे, 
मेरे ही मुझे अपनी दुनिया से
 दूर कर रहें थे....
मानों ये सांसारिक रीत का ही 
एक हिस्सा हों... 
अंत समय मेरे करीब था,
मेरे ही बारहवें के रूप में,
मुझे ही एक जीवन का 
पाठ सिखाया जा रहा था, 
जब तक तन हैं उसी का माया हैं,, 
तन को नष्ट होते ही मन के 
तार मिल जाते हैं, 
और कुछ दिन, कुछ साल बाद 
ये दुनिया भी भूल जाता हैं,, 
बस! यादों की टीस कहीं अपनों में
रह- रह कर किसी बहाने से आ जाती हैं |
एक जन्म समाप्ति की ओर था, 
तो दूसरी ओर जन्म-जन्मांतर के
 इस चक्र से मोक्ष का मुझे इंतजार था |
          गीता शर्मा प्रणय #मैला

#meltingdown
छट जाएंगा ये मैला भी बारह दिनों का 
आँसूओं का तरह बह जाएगा, 
ये सारा मंजर भी,, 
दुनिया को अलविदा कहा 
पहले ही दिन लोगो को अपने लिए रोता देखा,
समझ नहीं आ रहा था, वो प्यार था ,
या भुलाने का बहाना,, 
बस!  सबकी आँखें नम थी 
और लबों पर बस एक ही नाम था|
सिलसिला लंबा तो नहीं था, 
बस !बारह ही दिनों का था 
अलविदा मैने कहा-और वो मुझे 
हर कदम पर अपने आप से 
विदा कर रहे थे, 
मेरे ही मुझे अपनी दुनिया से
 दूर कर रहें थे....
मानों ये सांसारिक रीत का ही 
एक हिस्सा हों... 
अंत समय मेरे करीब था,
मेरे ही बारहवें के रूप में,
मुझे ही एक जीवन का 
पाठ सिखाया जा रहा था, 
जब तक तन हैं उसी का माया हैं,, 
तन को नष्ट होते ही मन के 
तार मिल जाते हैं, 
और कुछ दिन, कुछ साल बाद 
ये दुनिया भी भूल जाता हैं,, 
बस! यादों की टीस कहीं अपनों में
रह- रह कर किसी बहाने से आ जाती हैं |
एक जन्म समाप्ति की ओर था, 
तो दूसरी ओर जन्म-जन्मांतर के
 इस चक्र से मोक्ष का मुझे इंतजार था |
          गीता शर्मा प्रणय #मैला

#meltingdown