सहृदय ससम्मान नमन मेरे उन वीर को जो पुत्र भारत की जान है, लहू का कण कण भी मूल्यवान है,मेरी भारत माता के वो लाल है, न रंग न रूप देखे यहाँ विविध छटा का संस्कृति करती गौरवगान है, मैं भाग्यशाली जो भारत की बेटी भारत मेरी जान,भारत मेरी शान है। 🎀🎀 नमस्ते दोस्तों ! 🎀🎀 💝 प्रतियोगिता - ४१ 💝 शीर्षक दिया गया है उसी के अनुसार ही लिखें । 💝 मात्र चार पंक्तियां में अपनी रचना को लिखें ! 4 पंक्तियां से कम या फिर ज्यादा लिखने वाले प्रतियोगिता को इस कंपटीशन मैं एक हिस्सा बनाया नहीं जाएगा ।