खुद को जिंदा दिखाने के लिए सौ जतन करता मानुस कहीं तस्वीर कहीं तकदीर हर वक्त बेचैन सा आकांक्षाएं अभिलाषाएं है बेपनाह भटकता पल पल बेवजह खुद को बदलता रहता प्रतिपल मृत्यु है समर्पण,,अहंकार है जिंदा रहने में राख है जीवन,,खाक है इच्छाएं प्रार्थनाएं है मंत्रों की,,,समर्पण है भाव भटकता है प्रतिपल मन ठहर जाता कुछ पल जीवन शाश्वत सत्य है परमपिता परमेश्वर जो है सृष्टि के कण-कण में जो है इस तन में मन में संपूर्ण जगत में🙏💐