काश कोई ऐसा होता जो इश्क़ के सहि मायने समझता और जो दुश्मन-ए-इश्क़ को समझा सकता कहते है इश्क़ पाक होता हैं लेकिन रोज़ इश्क़ बदनाम होता हैं कहते है बेवफ़ाई गुनाह होती हैं लेकिन अब तो बेवफ़ाई आम लगती हैं कहते है इश्क़ कोई गुनाह नहीं होता लेकिन रोज़ आशिक़ दफ़न होते हैं कहते है इश्क़ अधुरा ही पुरा हैं लेकिन अधुरे इश्क़ के बाद कोई जिंदा नहीं होता कहते है इश्क़ पे किसी का ज़ोर नहीं होता लेकिन इश्क़ करने वालो पे ज़ोर ज़बरदस्ती करते हैं कहते है इश्क़ कभी नहीं मरता लेकिन इश्क़ करने वाले को कोई जिंदा नहीं छोड़ता कहते है इश्क़ दो रूहों का मिलन हैं लेकिन उन दो रूहों को कोई ज़माने में रहने नहीं देता काश कोई ऐसा होता जो इश्क़ के सहि मायने समझता और जो दुश्मन-ए-इश्क़ को समझा सकता #Kehtehai#Kavishala#Hindinama#Kalakaksh#NojotoHindi#NojotoKhabri