#डूबमरोगद्दारो यह तो सभी को ज्ञात है की आजाद साहेब और सुखदेव दोनों अल्फ्रेड पार्क में कुछ गुप्त मन्त्रणा के लिए मिलने वाले थे और मुखबिरों ने अंग्रेजो को उनके वहां होने की सूचना दी और अँगरेज़ सेना ने उन्हें घेर लिया एवं आजाद ने सुखदेव को निकल जाने के लिए कहा और खुद अंग्रेजो से लड़ते रहे एवं अंतिम गोली शेष रहने पर खुद को मार ली और मातृभूमि के लिए शहीद हो गए || आइये अब जानते है उन मुखबिरों के बारे में - उन मुखबिरों के नाम थे वीरभद्र तिवारी और यशपाल जो आजाद के सहयोगी मित्र हुआ करते थे ऐसे 5 लोगो