विचलित होने की वजह तो होगी स्वच्छंद उड़ान फलक पर जो नही, मन के कचोटने की कसक तो रहेगी महसूस करने को कोई साथ जो नही। क्या बताऊं ये दर्द क्यूॅं दबा रखा है, किस हक से तुमको ईमान कहा है!! ..... ✍️ विचलित होने की वजह तो होगी स्वच्छंद उड़ान फलक पर जो नही, मन के कचोटने की कसक तो रहेगी महसूस करने को कोई साथ जो नही। क्या बताऊं ये दर्द क्यूॅं दबा रखा है, किस हक से तुमको ईमान कहा है!! किस ओर से देते रहते हो आवाज, कैसे रुका तेरी वफ़ाई का आगाज़?