himadas जीत तुम्हारी थी, सीना हमारा चौड़ा हुआ। दौड़ी तुम थी, धड़कने हमारी 400mt/51.46second की रफ्तार से धड़की। हिमा (नाम) को हिमालय बना दिया, ट्रैक पे तूने आग लगा दिया, जीत का परचम लहरा, तिरंगे को सुनहरा बना दिया, विश्व स्तर पर अपना लोहा मनवा, हमारा आत्मसम्मान बढ़ा दिया, लाखों-करोड़ों लड़कियों को अपना आदर्श बना दिया, "कोशिश करने वालों कभी हार नहीं होती", इस पंक्ति को तूने सच बना दिया, हिमा को हिमालय बना दिया।। # the flow of poetry # the flow of poetry