मैं टूट भी जाऊं तो क्या मैं फिर से खड़ा हो जाता हूँ हार नही मानता जिंदगी में पहले से मजबूत हो जाता हूँ बिखरने नही देता खुद को मैं फ़िर से संवर जाता हूं शिकन आती नही माथे पर मैं चेहरे से सुदृढ़ हो जाता हूँ जो समझते हैं कमज़ोर मुझे मैं उन्ही के सामने ठहर जाता हूँ मुकाबला करता हूँ अंतिम पल तक ख़ुद से हार नही मानता हूँ ©Dr Manju Juneja #positive_thoughts #poetry #Motivational #हार #शिकन #घबराता #जिन्दगीसे #सामने #डटकर #मुकाबला