समझ नही पाया मैं कभी क्या हैं यह चुनाव का खेल, जनता चुनती हैं नेता अपना या करती हैं, अपने ही हाथों अपने भविष्य से खेल। "आयुष पंचोली" ©ayush_tanharaahi #NojotoQuote समझ नही पाया मैं कभी क्या हैं यह चुनाव का खेल, जनता चुनती हैं नेता अपना या करती हैं, अपने ही हाथों अपने भविष्य से खेल। बहुत से नियम होते हैं चुनाव मे , मतदाताओं के लिये, पर नेताओ के लिये कोई नीयम क्यो नही बनाया जाता। कोई व्यक्ति हो जिसपर कौई भी आपराधिक प्रकरण,