ऐ ज़िंदगी….बड़ा मज़ा आ रहा है ना तुझे, मुझे बदहाल देख कर एक प्रश्नपत्र हल किया नहीं कि दूसरा रख देती … छपाक से, हम भी कहाँ चुकने वाले हल कर ही देते है … तपाक से. पर ये तो बता दें कम से कम…. कब तक चलेगा ये छपाक तपाक का खेल ? या तू जीत जा या मुझे जीता दे . मतलब साफ़ हैं सिक्का सीधा खड़ा कर दे . तू है तो बड़ी शातिर …. ना ख़ुद मात खाएगी , ना मुझे मुँह की खिलाएगी . बनाए रखेगी मेरी हिम्मत और ये छपाक तपाक की गाड़ी यूँ ही चलायेगी. पर जिंदगी अफसोस मत मना, मैं लड़ूंगी और जीत कर भी दिखाऊंगी। ©Ehssas #ऐ जिंदगी आज गले लगा लें।