जो मनोभावों से खेलता है वो कवि है जो धरती को प्रकाश से भर दे वो रवि है जो शब्दों के भावों सहेजकर रखता है वो अवि है जो पाठकगण को आकर्षित करता है वो छवि है आदित्य कुमार भारती #Image of writer#लेखक की छवि