World Poetry Day 21 March मैं अपने दर्द और गमों को दूर करने के लिए लिखती हूं, तब तक लिखूंगी जब तक मेरे दर्द कम नहीं हो जातें, समझ नहीं आता कितना लिखूं उसकी बेवफाई के बारे में, मैं नहीं चाहती, मेरे जाने के बाद भी लोग उसे बेवफा कहें।। #collegekesafarkidastaan#notoja#worldpoetryday