मदरसा का दाना चुग कर लोंडिया मजिद्द में हगती है देखा है मैने बुर्खा चाचा का सलमा लेकर भगती है कौन रफी था कोठे में ओलाऊबर गाता था कौन फकीर था भेनकालोटा,बच्चो को चिलम पिलाता था मा चो और भै का लौ बच्चा जब चिल्लाता था सोने की चिडिया दिखलाकर नुन्नी झट्ट कटवाता था कटने से खतना कर अब्दुल बिरयानी बटवाता था छिली कटी नुन्नी पर फिर अब्दुल सूफी गीत सुनाता था छिली कटी नुन्नी पर फिर......... #साधारणमनुष्य ©#maxicandragon मदरसा का दाना चुग कर लोंडिया मजिद्द में हगती है देखा है मैने बुर्खा चाचा का सलमा लेकर भगती है कौन रफी था कोठे में ओलाऊबर गाता था कौन फकीर था भेनकालोटा,बच्चो को चिलम पिलाता था मा चो और भै का लौ बच्चा जब चिल्लाता था सोने की चिडिया दिखलाकर नुन्नी झट्ट कटवाता था