बड़ी ख़ामोशी से सय्याद अपना शिकार करता है । इन्सान को अबद की बातों से उल्लू बनाता है । फिर मीठी ज़ुबाँ से उसका दिल जीत कर छप्पन छुरी से वार करता है । #सय्याद #क़लम_ए_ख़ास