तुने मुझे जीना सिखया तेरे होने से पहले भी मैं जिया करता था। पर वो मज़ा ना था जो तेरे होने के बाद आया। तुने मुझे रिश्तो की कद्र करना सिखा दिया।जो कभी अपनी कद्र भी नही करता था। तेरे साथ मैने जितने भी पल जिए है।उन्हे याद करके आज भी जी रहा हुँ । आज तू नही तो क्या हुआ तेरी यादे तो है ना हर रोज मैं हमरे साथ बिताए पलों को याद करके मन ही मन मुस्कुरा देता हुँ । एक बात कहुँ "तू रो कर तो अपना मन हल्का कर सकती है पर मैं किसके पास जाऊँ अपना मन हल्का करने" । मुझे अब अभी वो बाते याद है ।जब तू नाराज होकर कहती थी जिस दिन चली जाऊंगी ना तो आप मुझे याद करोगे। मैं तो ये बात मजाक समझता था पर पगली तुने तो सच कर दिया । तुने मुझे जीना सीखाया तेरे होने से पहले भी मैं जिया करता था।पर वो मज़ा ना था जो तेरे होने से आया। तेरे लिए मेरे दिल मैं एक शेर हमेशा गूंजता है ओर हुमेशा गूंजता रहेगा। की सब अपनी जगह है,जो शिक्वे है ,या गिले है आना है तो लौट आ ये रास्ते अब भी खुले हैं । #1stpoem