मैं तुम्हें समझूं, चलो समझ लिया। मगर, तुम मुझे ना समझो अब ये भी मैं समझो कया! इतना गंभीर भी नहीं हूं मैं, जितना तुम..! मुझे पढ़कर समझ लेते हो..!