ये लहराता हुआ तिरंगा मिटा गम का सागर भरता है हर मन के भीतर प्रेम,साहस उमंग,आस्था और करता है एक... सम्पूर्ण भारतवर्ष को छोड़कर रंग-रूप जात-पात अमीर-गरीब के भाव को दफन कर किसी कोने में और मिलाता है हमें हम से ही.... होती है आँखे नम अक्सर देख तिरंगे को झलकता है देश-प्रेम अश्रु के रूप में... ©Lalita pandey #lalitapandey75 #Independence