ठहराव बन बंदगी का अहसास करा गए जज्बातों के समुंदर की लहर बन गए ख्वाबों की रोशनी का अहसास हो गए सुकून की तलाश में आबाद हो गए कमबख्त गलियों में मनपसंद धुन बन गए रंगों में खो जाने की वजह बन गए अक्सर आफताब को डूबते हुए देखा हैं पर खुद को इस कदर बेबस मंजर दिखाकर तुमने ढाल को परिभाषित कर दिया यू तो कई दफा रास्तों से गुजरे हैं पर तुम बिखरी हुई दास्तां बन गए कहानियां बसर करना भूल गई थी तुमने प्यार के नए आयाम लिख दिए मेरी आंखों में काजल की खुमारी बन गए और झुमकों की खनक को नाम दे दिया श्रृंगार की खूबसूरती में गुलाब की महक पिरो दी जिंदगी में एक विचार बन बस गए!! ठहराव बन बंदगी का अहसास करा गए जज्बातों के समुंदर की लहर बन गए ख्वाबों की रोशनी का अहसास हो गए सुकून की तलाश में आबाद हो गए कमबख्त गलियों में मनपसंद धुन बन गए रंगों में खो जाने की वजह बन गए अक्सर आफताब को डूबते हुए देखा हैं