वो खुद को बेकरार करती है, सायद वो, मुझसे प्यार करती है। मैं भी उसे देखकर सँवरता हूँ, वो भी छुप कर दीदार करती है। उसे छूने की मैं कोशिश जो करू, तब वो नखरे हज़ार करती हैं। उसके यादों को,सीने से लगता हूँ मैं, वो मेरे दिल पर होले से वार करती है। वो मिलती है अक्सर ही मेरे ख्वाबों में, जब भी मिलती है,मुझसे छेड़छाड़ करती है। तू अपने हद में रहता है क्यों, बता विक्की, वो तेरे इश्क में हर हद को पार करती है। विक्की यादव शौर्य #प्यार #का #एहसास