कैलेंडर तो बदल लिया दोस्तों अंदर के जानवर को इंसान मे कब बदलोगे ?? नया साल है झूमोगे पियोगे मस्ती भी होगी घर में मां के आंसू को खुशी में कब बदलोगे ?? अपनी बहन अपनी मां बस समझने वालों प्यारो भाइयों गिर कर अपने ही नज़रों में बोलो ना कब संभलोगे ?? दूसरों को खुश देख क्यूं जलते हो यारों तुम अपनी किस्मत खुद की कलम से कब बदलोगे ? परायों से मोहबब्त करते करते दिल अपना तोड़ आए हो अपनों से मीठी बोल और उन्हें गले कब लगाओगे ?? शुभम कश्यप ✍✍ #NojotoQuote