Ink and Pain ✍️आज की डायरी ✍️ क़िस्तों में बँटवारा कर लो अपने तमाम दर्द-ए-ग़म का तुम , दर्द कोई हो फ़िर मुलाक़ात होने पर तक़लीफ़ नहीं होती ।। ✍️नीरज✍️ ©डॉ राघवेन्द्र #InkandPain