"घुमड़-घुमड़ रहे प्रेम के बादल,
ज्योति कलश छलके नयनों में आकर;
मन अपनी धुन में नाचे,
दुनिया को बिल्कुल बिसराकर।
रहती है हर धड़कन पागल,
कोई होश नहीं कब हवा उड़ा ले जाती आँचल;
पर ओढ़ी है जो तेरे नाम की चुनरिया, #Poetry#loveshayari#lovestatus#AnjaliSinghal