आपके एक दीदार ने हमे घायल कर दिया... आपके देखने के अंदाज ने हमे पागल कर दिया... तो...इसमें मेरा क्या कसूर... मेरी नजरों ने आपको पसंद कर लिया... मेरे दिल ने आपसे प्यार कर लिया .... तो...इसमें मेरा क्या कसूर... हम तो तब भी खामोश रहना चाहते थे... अपने दिल को समझना चाहते थे.... पर बेवफा होठों ने आपसे इज़हार कर दिया... तो...इसमें मेरा क्या कसूर... आख़िर..इसमें मेरा क्या कसूर....!!! ©GUPTA JI... #इसमें मेरा क्या कसूर..!! #roseday