Nojoto: Largest Storytelling Platform

#रिमझिम सावन सजन सज धज कर वादियों में बिखर जाए तो

#रिमझिम

सावन सजन सज धज कर वादियों में बिखर जाए तो अच्छा।
सब्ज धरा को श्रृंगारित कर मनोहारी रुप निखर जाए तो अच्छा।।

बिरहिनि के दर्द को समेटे फिरता है जाने कहाँ  मारा मारा।
ये  बदमस्त घटाओं की आवरगी ठहर जाए तो अच्छा।।

चांदी सा चिलमन धरा को आगोश में लेने को आतुर ।
नाचती बूंदों की पायल जमीं पर उतर जाए तो अच्छा।।

रिमझिम फुहारों की सरगोशी हो रही है तन बदन पर।
लहराती धानी चुनर मोहब्बत में संवर जाए तो अच्छा ।।

बेकरार धड़कन धडक रही है आज मध्यम मध्यम ।
बरसती इश्क  में तेरी बाहों में भर जाए तो अच्छा ।।

अम्बिका मल्लिक ✍️

©Ambika Mallik
  #रिमझिम  Anshu writer poonam atrey @gyanendra pandey Sethi Ji Mili Saha  Bhavana kmishra Akshita Maurya  Anil Ray MIND-TALK Poonam Awasthi  Poonam Awasthi कवि संतोष बड़कुर Umme Habiba वंदना .... Kirti Pandey