जो दूर दूर रहते हैं... वो कभी हमारे दिल के करीब हुआ करते थे, जिनके साथ वक़्त भी थम सा जाता था, खुशियों की नाव मे कभी साथ सफ़र करते थे, तो कभी दुःखो की मजधार भी साथ पार करते थे, खट्टी- मिट्टी वो नौकझोंक या कभी गुस्से मै भी छुपा वो प्यार, अब पास नहीं है हम तुम्हारे दूर दूर जो रहते हो तुम, तो हमारी यादों का सिलसिला अब भी क्यूँ जारी है??? _Dh@nï🥰 #poetry#time