खुद में अधूरी भीड़ दौड़ी चली जा रही है । कहां जाना है ,कहां तक पहुंचना है , कुछ पता नहीं..... पर अपने अधूरेपन से भागती चली जा रही है । एक अधूरी भीड़..... एक ऐसी भीड़ जहाँ हर कोई अधूरा है । कहीं ना कहीं,ज्यादा या थोड़ा है जहां हर कोई अधूरा है.......!!— % & #yqaestheticthoughts #yqlife #yqalone_story #yqdidiquotes #yqbabaquotes #vecent