जब शहीदों को फाँसी दी जा रही थी उस वक़्त पर किसी शायर का लिखा ये शेर बहुत ही मार्मिक है,,, जब शहीदों की अर्थी उठे धूम से, देशवालों तुम आँसू बहाना नहीं, पर मनाओ जब "आज़ाद भारत" का दिन, उस घड़ी तुम हमें भूल जाना नहीं, लौट कर आ सके न जहाँ में तो क्या, याद बनके दिलों में तो आ जायेंगे, ऐ वतन! ऐ वतन! हमको तेरी कसम, तेरी राहों में जाँ तक लुटा जायेंगे ।। इन्क़लाब ज़िंदाबाद 🇮🇳🇮🇳शहीदों के नाम🇮🇳🇮🇳 #स्वतंत्र #Happyindependenceday #Truelove #jayhind #inqlaabzindabaad #vipendra #Sheedonkenaam