❣️दस्तावेज जिंदगी का ❣️ जिंदगी न हार है न जीत है सांसों का महकता गीत है पल की धुन में कर्म की ध्वनि है सुर में लिपटी काया ही अवनि है इंसानी जिंदगानी की अलग कहानी है धूप और छांव दोनों की ताल सुहानी है संसार तो सुख - दुःख का सागर है अमृत - विष के जिसमें दो गागर है तुम और हम दो अनजान किनारे है जो आते उन पर वो मेहमान हमारे है रोशनी में जज्बात के जो सुमन बिखरते है धवल चाँदनी वो प्रेम-सुमन जग संवारते है हम समझे, तो जिंदगी का ये इतना ही किस्सा है पता नहीं इसमें हम में से किसका कितना हिस्सा है ? मृत्यु, प्रिय जिंदगी को अंतिम अदभुत उपहार है उम्र के दस्तावेज पर पर ईश का स्वर्णिम हस्ताक्षर है ✍️ कमल भंसाली जिंदगी का दस्तावेज #newplace