तेरे माँ अनेको नाम भये कोई रानी कोई मनु कोई मणिकर्णिका बोला, चमक रही थी जो तलबारें उससे ब्रिटिश का सिंघासन डोला खून बहा जब रण खेतों मे आग लगी हर जन के मन मे क्रांति कि लौ बिराट भई ज्वाला सी बनी हर उस तन मे कर गई अपना बलिदान बेदिका मे देकर झाँसी का नाम सुनहरे पन्नो मे आपका छोटा सा गुणगान किया माँ समर्पित करते आपके चरणों मे 🙏✍️ऋ shi झाँसी की रानी