ये बात तो सच है कि अभी हम स्वस्थ है लेकिन अगले पल हमारी ऊपर जाती सांस नीचे भी आयेगी या नहीं कुछ कह नहीं सकते।
समय,जीवन का कोई भरोसा नहीं लेकिन फिर भी हम अदूरदर्शी बनकर रहते है।
अपने घर की नारी में कोई हिम्मत हौसला नहीं भरते बल्कि उन्हें और दबाकर रखते है हमारी एक आवाज एक इशारे पर उठे बैठे उतना ही बोले, इस तरह के परिवेश में हम रखते है। बहुत ही शर्मनाक हरकत है ये हमारे आधुनिक जमाने हमारी शिक्षा और हमारे धर्म संस्कृति के लिए।😑🤦
केवल electronic device चलाने को आधुनिक युग या मॉर्डन जमाना नही कहा जाएगा #Shayari#घरेलूहिंसा#3M#MissionMaanyMaang#मिशनमान्यमांग