अरे, अरे, ये क्या कर रहे हो, जीवन, जी रहे हो, या मर रहे हो। कूप मेंढ़क सी स्थिति बना ली है, अपनी, अभी कूएं में ही हो, या निकल रहे हो।। बाहर आके देखों, दुनिया खुबसूरत कितनी हैं, कहो, बहुत सुंदर है, या बस 'मोबाइल' जितनी है। छोड़कर इसे घड़ी दो घड़ी, मनन भी करो, विचार करके देखों, क्या तुम्हारी क्षमता बस इतनी है।। #Moblie_use #Addiction #life #poem