रंग वो जो है प्रेम का, रंग वो जो है सत्य का, रंग वो जो वैराग्य का, रंग वो जो आनंद का... रंग वो जो आसमान में भाये, रंग वो जो धूप में खिल जाये, रंग वो जो है सुबह का, रंग वो जो है शाम का, रंग वो जिसे पाकर आनंदित होती है पर्वतें, रंग वो जो है इन्द्रधनुष में बसता ... रंग वही जिसे समेटती है बर्फ़ की चादरें कभी, रंग वही जो हमारे मन को है प्रफुल्लित करता... रंग वह जो है अंधकार में बसता, रंग वही जो इस अंधेरे को है समेटता... कभी आँखों को सुकून देती, कभी करती काया को विचलित है... आनंदित करती प्रकृति को जो, वही रंग असली है..... ........... ©अपनी कलम से #Color #Colors #colours #Colour #Rang #रंग poetry lovers love poetry for her poetry hindi poetry on life poetry on love