ऐ वतन तुझपे सौ जन्म कुरबान। तेरी रक्षा करने मे ही है मेरी शान्। सपनो मे भी न सह सकूंगा तेरा अपमान्। तेरे लिए तोडूंगा दुश्मन का अभिमान्। चाहे इसके लिए लेने पडे किसी के प्राण। ऐ वतन् तुझपे सौ जन्म कुरबान। तिरंगे की छाया मे खडा हूँ सीना तान्। मातृभूमि कि लाज का रखूंगा मैं मान्। खुद को मिटा कर भी न मिटने दूंगा तेरा नाम्। जब तक जियूँगा करता रहूँगा तेरा गुणगान्। ऐ.वतन तुझपे सौ जन्म कुरबान्। ये कुछ पंक्ति गलवान मे शहीद हुए वीरों कि ओर से मां भारती को सर्मपित। 🙏🙏 जय हिन्द 🙏🙏 #sau janam kurban##