वो हमको ऐसे नादाँ समझते रहे, जैसे मंदिरो मे दीपक जलते रहे| हमने भी सोचा ये मेरी वफ़ाओ का सिला है, ये सोचकर हम खुट खुट के मरते रहे || ✍️ ANDY सच्चा प्यार