कनाडा के संसद ने आपातकाल लगाने के उस प्रस्ताव को 151 के मुकाबले 185 मतों से मंजूरी दे दी है जो कोविड-19 से कुपित उन ट्रक ड्राइवरों के धरने प्रदर्शन से निपटने के लिए लागू किया गया था जिन्होंने अपने ट्रक के साथ राजधानी ओटावा के घेर लिया था उनकी घेराबंदी के कारण न केवल आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था बल्कि आर्थिक व्यापारिक गतिविधियों को भी नुकसान पहुंच रहा था क्योंकि इन ट्रक ड्राइवर ने कनाडा को अमेरिका से जोड़ने वाले रास्ते को भी बाधित कर दिया था काफी कुछ उसी तरह जैसे दिल्ली के सीमांत इलाकों की सड़कों की कश्ती किसान नेता ने करीब 13 महीने तक बाधित रखा इसके कारण लाखों लोग परेशान हुए और दिल्ली और हरियाणा के उद्योग को हजारों रुपए का नुकसान हुआ यह किसी से छिपा नहीं है कि किसान आंदोलन की विपक्षी दलों और अलग-अलग कारणों से मोदी सरकार के चढ़े तत्वों का भी समर्थन मिला है कनाडा अमेरिका आदि के खाली स्थान इस कथित किसान आंदोलन को समर्थन दे रहे थे वही जगमीत सिंह भी थे जो कनाडा के वामपंथी रुझान वाले न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख हैं माना जाता है कि गायिका रिहाना को उन्होंने ही किसान के पक्ष में ड्यूटी करने के लिए राजी किया था ©Ek villain #खुद को बेनकाब करने वाली पाखंडी #doubleface