क्या लिखूं तुझको तू शब्दों से परे तू सदा साथ रहा मेरे हर दौर में खुशियों में झूमा संग मेरे दुःख में आँसू बहाए संग मेरे बिन कहे बातें तू समझे मेरी करता हर ख़्वाहिश पूरी मेरी मन मंदिर में बसा ख़ुदा तू मेरा तेरी इबादत करता है यह दिल मेरा रब ने भी क्या खूब नैमत बख्शी है बना जो तू जीवन साथी मेरा 🎀 Challenge-196 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। आप अपने अनुसार लिख सकते हैं। कोई शब्द सीमा नहीं है।