हजारों मन्नत थीं मेरी ,उनमें से मैंने एक मन्नत मांगी.. मन्नत मे उसकी सलामती और लंबी उम्र की मन्नत मांगी... बांधकर धागा जैसे ही दरगाह से निकली.. रोका मौलवी ने और बोले मुझसे ..ठहरो बेटी!! खयालो मे गुम हो शायद किसी के तुम... क्योंकि... बेखयाली मे दरगाह मे धागा नही... अपना दिल ही बांध आयी तुम...💞💞 ©Aarti Agarwal #ankahealfaaz #Smile #MANNAT❤ #woekshakhs #zindagikahissa