हम जो यूँ लिख रहे है , दिल जो टूटा होगा,जभी यूँ, पन्ने ज़ाया कर रहे है। वो जो इतना सुना रहे हैं, जख्म बेहद खायें होंगे, तभी यूँ, वक़्त ज़ाया कर रहे हैं । वो जो अंजुमन मे यूँ मोती छिपा रहे हैं, कोई तो दर्द नासूर होगा, जभी यूँ, तन्हाई ज़ाया कर रहे हैं। वो जो लबों पे हंसी छिपा रहे है, इश्क नया परवान हुआ होगा,जभी यूँ , लालिया ज़ाया कर रहे हैं । आप जो हमें यूँ पढ़ रहे हैं, कोई तो अदा जरूर होगी,तभी यूँ, लफ़्ज़ ज़ाया कर रहे हैं ।। Tarrannum ... #yqhindi #yqshayari #yqpoetry #yqthoughts #yqpoetrystorieslife #yqtales #yqdiary