बस्ते बच्चे की दोस्ती, मेरे यादों का खज़ाना तेरे नाम से मशहूर होना, बर्बादियों का खज़ाना किस्मत को कोसूँ मैं, या समझूं मौसम की बेवफ़ाई तेरे मर्ज़ी से इश्क़ होना, वायदों का खज़ाना आंसुओं को रोकूं मैं, या सुनुँ विरह की सुनवाई तेरे इंतज़ार में रोज़ बहना , नदियों का खज़ाना शीशे को तोड़ूँ मैं, या खुद में देखूँ तेरी परछाई तेरी आदतों में रंग जाना, सदियों का खज़ाना शराब छोड़ूं मैं, या लूँ दो घूँट दवाई तेरे नशे में संभल जाना, कैदियों का खज़ाना -सौरव श्रीवास्तव कैदियों का खजाना......