सबके अपने-अपने ,रहन-सहन होते हैं | कुछ के नए तो कुछ के बहोत पुराने होते हैं || कुछ सादगी से सवरना चाहते हैं | और कुछ रंगों से अपने को भरना चाहते हैं || कुछ के घर मजबूत और ऊंचे होते हैं | और कुछ के घर मिट्टी से बने होते हैं || कुछ लोगों कि सुबह कॉफी से सुरू होती है | और कुछ के सुबह सादा चाय से होती है || कुछ तो स्वादिष्ट भोजन करते हैं | और कुछ खट्टा-तीखा खाया करते हैं || कुछ अपनी रातें सुखद बिस्तर पे पूरी करते हैं | और कुछ के रातें करवट बदलते रहते हैं || ©Atulsuryakant #rich_and_poor #people_habits #poor #sadpoetry #SAD #रहन_सहन #Habits #Oldpeople #old_habits #Twowords falak khan chisti Ownlifeownthoughts taniadassaha